कुछ दिल की ...
उम्मीद है अगले साल भी जिन्दा ही रहे|
मांसाहारियों की इस दुनिया में बच पाना तो कठिन है शाश्वत भाई
ये भी बच गया ...!!!!!!
इस साल बच गया, देखिये किस तरह इठ्ला रहा है।
Really? Kahin tum khud ke baare mein to nahi bata rahe ho?
चमकती आंखें। बहुत बोलती हैं।
उम्मीद है अगले साल भी जिन्दा ही रहे|
जवाब देंहटाएंमांसाहारियों की इस दुनिया में बच पाना तो कठिन है शाश्वत भाई
जवाब देंहटाएंये भी बच गया ...!!!!!!
जवाब देंहटाएंइस साल बच गया, देखिये किस तरह इठ्ला रहा है।
जवाब देंहटाएंReally? Kahin tum khud ke baare mein to nahi bata rahe ho?
जवाब देंहटाएंचमकती आंखें। बहुत बोलती हैं।
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