सोमवार, 9 मार्च 2009

लोकसभा चुनावों में मेरा वोट

पिछले दिनों अपने गाँव गई तो मुझे पता चला कि मेरा नाम वहाँ की वोटर लिस्ट में शामिल है । मैंने तय किया कि लोकसभा चुनावों में मैं वोट करुँगी। इसके चलते मैंने पता करना शुरू किया फैजाबाद लोकसभा सीट से राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों के नाम।
निवर्तमान लोकसभा में फैजाबाद लोकसभा सीट बसपा के पास थी और यहाँ से सांसद रहे मित्रसेन यादव। मित्रसेन यादव बाहुबली नेताओं में गिने जाते हैं और वो कम्युनिस्ट पार्टी, सपा, बसपा होते हुए अब फ़िर से सपा में आ गए हैं और उन्हें सपा ने यहाँ से टिकट दिया है। उन्हें वोट दे पाना मेरे लिए सम्भव नही ही है।
भाजपा ने अयोध्या के विधायक लल्लू सिंह को टिकट दिया है । लल्लू सिंह कि छवि ठीक ठाक रही है पर अयोध्या जाने वाला कोई भी इंसान ये बता सकता है कि इतने समय से विधायक रहने के बाद भी लल्लू सिंह ने अयोध्या के लिए कुछ ऐसा नही किया है जिसे देख कर उन्हें लोकसभा में भी भेजा जाय, वो भी तब जब वो जिस पार्टी से हैं उसकी राजनीति अयोध्या के बूते पर ही खड़ी हुई है। इतना तो है की भाजपा ने अयोध्या के साथ जितना हो सकता है उससे ज्यादा खिलवाड़ किया है। हो सकता है बाकी लोग सोच भी लें भाजपा और लल्लू सिंह को वोट देने को पर मैं तो नही ही सोच सकती हूँ।
बसपा ने अयोध्या के राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र को फैजाबाद से टिकट दिया है । सुनने में आया है कि ये अच्छे प्रत्याशी हो सकते हैं ।
कांग्रेस ने फैजाबाद से अस्सी के दशक में सांसद रहे निर्मल खत्री को टिकट दिया है। निर्मल खत्री अच्छे नेताओं में गिने जाते हैं । फैजाबाद में उनके समय में विकास के काम भी हुए थे । राजनीति में रूचि रखने वाले लोगों के लिए वो राष्ट्रीय स्तर पर फैजाबाद के एक निर्विवादित चेहरे हैं।
अन्य प्रत्याशियों के बारे में अभी कोई ख़ास जानकारी नही है।
तो बसपा के विमलेन्द्र मिश्र और कांग्रेस के निर्मल खत्री में से चुनाव आसान दिखता है मेरे लिए। उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार देखने के बाद ये समझ में आता है की राष्ट्रीय स्तर पर बसपा की सरकार बने ये देश के लिए बुरा ही होगा।
पिछले पाँच सालों के कांग्रेस सरकार के काम-काज से बहुत संतुष्टि न भी मिले तो भी यह उपलब्ध विकल्पों में श्रेष्ठतम है।
दल और प्रत्याशी दोनों को देखने और समझने के बाद निर्मल खत्री मुझे फैजाबाद से सबसे अच्छे उम्मीदवार नजर आ रहे हैं।
मैंने तय किया है की आने वाले चुनावों में मैं निर्मल खत्री को वोट दे रही हूँ और उम्मीद करुँगी की देश में अगली सरकार कांग्रेस की ही बने ।

9 टिप्‍पणियां:

  1. तत्कालीन चुनावी स्थितियों का बड़ा ही सुन्दर विश्लेषण किया है आपने. आगे भी ऐसे आलेखों का इंतज़ार रहेगा.

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  2. आपका वोट बेकार जायेगा जी . जिसकी लाठी उसकी जीत

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  3. सरकार काग्रेस की ही बनेगी जोड तोड मे वही नंबर और देश को गर्त मे पहुचाने के लिये कृत संकल्प रही है रहेगी आप चिंता ना करे जब तक आखिरी देश भक्त नागरिक को देश से बाहर ना करदे यही राज करेगी आखिर इसे आप जैसे गोरी चमडी के मानसिक गुलामो का समर्थन जो प्राप्त है

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  4. अरे आप तो हमारे ननिहाल की निकली । :)
    चलिए जिसे आप सही उम्मीद वार समझियेगा उसे वोट दे दीजियेगा ।

    होली आ रही है इसलिए आपको और आपके परिवार को होली मुबारक ।

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  5. इस देश मे गुप्त मतदान होता है. और आप खुलेआम वोट दे रही है... क्या यह एक नई राजनैतिक पहल तो नहीं...?

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  6. अपने वोट का महत्व समझने का अहसास दिलाती हुई पोस्ट.

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  7. faizabad ke baare men sahi aanklan kiya hai aaapne par nirmal khatri jaise bhale insaaan ka is jaatiwaadi daur men jeetna kathin hai

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  8. वैसे मै बाराबंकी का मूल निवासी हूँ परन्तु नए परिशीमन में हम फैजाबाद संसदीय क्षेत्र में आ गए है और आप के बताने के अनुसार मुझे नेता के चुनाव मै अब थोडी कम कठिनाई होगी लेकिन मै ये जानना चाहूँगा की कांग्रेश का कितना जनाधार है फैजाबाद क्षेत्र में अगर निर्मल खत्री जी के जीतने की उम्मीद हो तब तो हम उनका साथ दे नही तो सिर्फ इक और ही दूसरी पार्टी भा. जा. पा. ही जिसको वोट देने और जीतने से ही भारत का भला है..... अपना मत जरूर दीजियेगा....

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hamarivani

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